भारत के 90% स्टूडेंट का हल  कैसे  आगे भरेगा इन सबी बच्चे  आगे पढ़ें"

जीवन के लक्ष्य का पता ही नही  आगे पढ़ें)

गैमिंग में ज्यादा ध्यान देना आगे पढ़ें)

पढ़ाई को सीरियस ना लेना  आगे पढ़ें)

मनोरंजन का आकर्षण होना आगे पढ़ें)

ग्रेजुएशन के बाद भी स्किल की कमी आगे पढ़ें

पढ़ने का जुनून नही उबाऊ एहसास आगे पढ़ें)