पैंटोप्राजोल प्रोटॉन एक अच्छा पंप अवरोधक नाम के दवाओं के वर्ग से संबंधित है, जो जयादतर पेट मैं होने वाले एसिड की मात्रा को कम करने में बोहोत मदत करता है। यह होने वाले गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स जैसे रोग
- (जीईआरडी),
- पेट का अल्सर होना,
- ज़ोलिंगर एलिसन सिंड्रोम
- (अग्न्याशय ट्यूमर के कारण एसिड का अधिक उत्पादन),
- ग्रहणी संबंधी अल्सर,
गैस्ट्रिक अल्सर और क्रोहन रोग से जुड़े अल्सर का इलाज करता है।
पैंटोप्राजोल एक तरीके का एंजाइम (H+/K+ ATPase या फिर गैस्ट्रिक के प्रोटॉन पंप) की क्रियाओं को अवरुद्ध करता है ओर होने वाले पेट के एसिड को कम करने में बोहोत मदत गार होते है। यह प्रोटॉन पंप पेट होने वाले दीवार की कोशिकाओं में स्थित होता है और गैस्ट्रिक एसिड जैसे स्राव के स्राव के लिए जिम्मेदार माना जाता है, जो हमारे भोजन नली, ग्रहणी और पेट में ऊतकों को ठेस और नुकसान पहुंचाता है। पैन्टोप्राजोल पेट में होने वाले एसिड के स्राव को रोकने का काम करता है और होने वाले भोजन नली की परत जैसे सूजन (ग्रासनलीशोथ), गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स रोग (जीईआरडी), या सीने में जलन जैसे लक्षण होने से राहत देता है।
पैंटोप्राजोल के सामान्य होने वाले कुछ दुष्प्रभाव
- जैसे सिरदर्द,
- दस्त,
- मतली,
- पेट दर्द,
- उल्टी,
- पेट फूलना,
- चक्कर आना
- और आर्थ्राल्जिया
- (जोड़ों का दर्द)
हो सकते हैं। हालाकि यह ये दुष्प्रभाव बोहोत कम देखा जाता है और अगर होते भी है तो कुछ समय के बाद ठीक हो सकते हैं। हालाँकि, यदि ये दुष्प्रभाव आपके अन्दर बने रहते हैं, तो कृपया डॉक्टर का सलाह जरूर लें।
पैंटोप्राज़ोल गर्भवती जैसे महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए सुरक्षित माना जाता है लेकिन इस दावा का उपयोग करने पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर ले । यदि आपको आंत या पेट में कैंसर है, लीवर जैसे की समस्या है, पैंटोप्राज़ोल दावा से एलर्जी है या भविष्य में आपको होने वाले एंडोस्कोपी करानी पड़ने बाली है तो अपने डॉक्टर को जरूर बताएं। पैन्टोप्राजोल दावा के लंबे या ज्यादा समय तक सेवन करने से विटामिन बी12 की कमी आपमे हो सकती है और
कैल्शियम,
मैग्नीशियम और विटामिन डी का स्तर की कमी हो सकती है, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस भी हो सकता है।
पैंटोप्राज़ोल का उपयोग के बारे में
अतिअम्लता, सीने में जलन, पेप्टिक अल्सर।
औषधीय लाभ
पैन्टोप्राजोल एसोफैगिटिस इरोसिव (भोजन नली में होने वाले सूजन) को ठीक करने में कारगर होते है, और गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स रोग
- (नाराज़गी),
- ज़ोलिंगर-एलिसन सिंड्रोम,
- ग्रहणी संबंधी अल्सर,
- गैस्ट्रिक अल्सर
- और क्रोहन रोग
से जुड़े अल्सर जैसे लक्षणों से आराम देने में बोहोत प्रभावी है। पैन्टोप्राजोल प्रोटॉन पंप गेट (जो कि पेट में एसिड स्रावित करदेता है) को अपरिवर्तनीय रूप से अवरुद्ध करके कार् है। इसे सभी तरीके के आयु समूहों के लिए भी बड़े ही अच्छे से निर्धारित कर सकते है, जिसमें विशेष आबादी जैसे बड़े बुजुर्ग, गर्भवती महिला, या फिर स्तनपान कराने वाली माता, और यकृत रोग और गुर्दे के रोगी भी शामिल हैं।
इस्तेमाल केलिए कुछ निर्देश
टेबलेट/कैप्सूल: इसे दावा को आप पानी के साथ अच्छे से पूरा निगल लें; इसे कुचल ने से और, तोड़ना या चबाएं नहीं। सस्पेंशन के लिए ग्रैन्यूल: सबसे पहले आपको अच्छे से उस, कंटेनर को हिलाएं और फिर ढक्कन खोलें। पैकेट के दानों को पहले आपको एक कप में एक चम्मच सेब की चटनी या फिर आप सेब के रस में भी मिला सकते है। 5 सेकंड के लिए अच्छे से जरूर मिलाएं और तुरंत बच्चे को पिलाएं। पैंटोप्राजोल को भोजन करने से 30 मिनट पहले देना चाहिए।
भंडारण के बारे में
धूप से दूर किसी ठंडी और सूखा जगह पर स्टोर करना चाहिए
पैन्टोप्राजोल के कुछ दुष्प्रभाव जैसे आगे जाने
- सिरदर्द
- दस्त
- जी मिचलाना
- पेट में दर्द
- उल्टी करना
- पेट फूलना
- चक्कर आना
- आर्थ्राल्जिया (जोड़ों का दर्द)
- गहन सावधानियाँ और चेतावनी
- औषधि चेतावनियाँ
- यदि आपको प्रोटॉन पंप या पैन्टोप्राज़ोल अवरोधकों से किसी भी तरीके का एलर्जी है, जैसे
- गैस्ट्रिक कैंसर,
- यकृत रोग,
- कम मैग्नीशियम स्तर (ऑस्टियोपोरोसिस),
- कम विटामिन बी 12,
आप अगर स्तनपान कराने वाली मा हैं तो आपको पैन्टोप्राज़ोल लेने से पहले डाक्टर की सलाह जरूर ले। पैन्टोप्राजोल रक्त पतला करने वाली दवा
- (वारफारिन),
- एंटीफंगल (केटोकोनाज़ोल),
- एचआईवी रोधी दवा (एटाज़ानवीर, नेल्फिनावीर),
- आयरन सप्लीमेंट,
- एम्पीसिलीन एंटीबायोटिक,
- कैंसर रोधी दवा (मेथोट्रेक्सेट)
के साथ परस्पर क्रिया कर सकता है। यदि आप ये दवा लेने जा रहे हैं तो अपने डॉक्टर को बताएं। पैन्टोप्राजोल के लंबे समय तक इस्तेमाल करने से ल्यूपस एरिथेमेटोसस (सूजन की एक ऐसी स्थिति जिसमें प्रतिरक्षा प्रणाली अपने ही ऊतकों पर हमला कर लेती है), विटामिन बी12 और मैग्नीशियम की कमी होने का लक्षण भी हो सकता हैं। पैंटोप्राजोल का सेवन होने वाले गैस्ट्रिक कैंसर के लक्षण को अच्छे से छिपा देता है, इसलिए यदि आपको कवि गंभीर पेट दर्द होना या गैस्ट्रिक रक्तस्राव जैसे (श्लेष्म या मल में रक्त होना) हो तो तुरंत अपने नजदीकी डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।
दवाओं का पारस्परिक प्रभाव
ड्रग-ड्रग इंटरेक्शन: पैंटोप्राजोल रक्त को पतला करने वाली दवा (क्लोपिडोग्रेल,
- (क्लोपिडोग्रेल,
- वारफारिन),
- एंटीफंगल (केटोकोनाज़ोल,
- वोरिकोनाज़ोल,
- इट्राकोनाज़ोल,
- पॉसकोनाज़ोल),
- एंटी-एचआईवी दवा (एटाज़ानवीर,
- नेल्फिनावीर),
- आयरन सप्लीमेंट,
- एंटीबायोटिक (एम्पीसिलीन,
- रिफैम्पिसिन),
हृदय के एक दूसरे के साथ परस्पर क्रिया भी कर सकता है। दवा (डिगॉक्सिन) और कैंसर होने से कैंसर रोधी दवा (मेथोट्रेक्सेट)। यदि आप ये दवाएं ले रहे हैं अपने डॉक्टर का परामर्श जरूर ले।
दवा-रोग इंटरेक्शन: क्लोस्ट्रीडियम डिफिसाइल-प्रेरित कोलाइटिस, यकृत जैसे रोग, हड्डी में फ्रैक्चर, कम विटामिन बी 12 (एनीमिया), और कम मैग्नीशियम (हाइपोमैग्नेसीमिया) वाले रोगियों को यह दावा पैन्टोप्राज़ोल नहीं देना चाहिए।
ड्रग-ड्रग इंटरेक्शन चेकर सूची:
- Clopidogrel
- warfarin
- ketoconazole
- वोरिकोनाज़ोल
- इट्राकोनाज़ोल
- पोसाकोनाज़ोल
- अताज़ानवीर
- नेफ्लिनवीर
- एम्पीसिलीन
- रिफैम्पिसिन
- डायजोक्सिन
- methotrexate.
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