Durga puja 2023
आइये पहले हम जान लेते है की दुर्गा पूजा क्या है दुर्गा पूजा हिन्दू दर्म का एक उत्सब है ए उत्सब बंगाली लोगो का बोहोत बोड़ा उत्सब होता हे बौ लोग दुर्गा पूजा सदियो से मनाते आये हे और ए उत्सब कोल्कता का सबसे बोड़ा उत्सब माना जाता है ए पूजा हिन्दू धर्म एक बोहोत बोड़ा पूजा है और पुरे भारत में अलग अलग सहरो में मनाया जाता है जिसमे बोहत सारे पंडाल बनाया जाता है और दुर्गा माँ की मूर्ति भी बनाते हे ए पूजा के 5 दिन हमारे लिए बोहोत खुशियो का दिन होता है जिसमे हम हमारे परिबार के नय कपरो की कड़ितदारी करते हे।
दुर्गा पूजा का पहला दिन सोसटी
पूजा का पेहले दिन यानि की सोसटी इस दिन हम दुर्गा माँ की मूरत को हम पंडाल में लाया जाता है इस दिन में पूजा की हर तडिके का samano का आयोजित किया जाता है और पूजा का तैयारी किया जाता है ।
दुर्गा पूजा का दूसरा दिन सोप्थोमि
सोप्थोमि के दिन पूजा सुरु होता है जिसमे पूजा करने के लिए पोण्डित बुलाया जाता है पोण्डित पूजा का सुब मूरत देख्कर पूजा सुरु करता है इस सुभ दिन में हम पंडाल में जाकर अँजोलि स्वीकार करते हे और रात में हम अपने पड़ीबार के सात पूजा देकने जाते हे ।
पूजा का तीसरा दिन ओस्टोमि
ओस्टोमि के दिन हम सुभ मूरत में पंडाल जाते हे और दस्तो से भी मिलते हे और भगवान के सामने हात जोर कर हमारे जीबन का हर एक कुवाहिस मांगते हे की हे भगवान हमारे जीबन और खुशियो से भर जाय हम एक कुछ बनसके कुछ करसके हमारे परिबार कुश रहे और बोहोत कुछ ऎसे ही पुरे दिन खुशियो से बीत जाता है और फिर हम रात को घूमने जाते हे ।
पूजा का चोता दिन नोवोमि
पूजा के चोता दिन में हम अच्छे कपडे पहनते हे बोड़ो से आशिर्बाद लेते है ए दिन हमारे पूजा का लास्ट दिन होता है इस दिन हम सब लोग हर एक जगह पंडाल देकने जाते है और अपने पड़ीबार दोस्त् हर लोगो के सात खूब खुशिया मनाते है ।
पूजा का आखरी दिन धोसोमि
इस अंतिम दिन हमारे आखो से आसु निकल आते है जी हा दुर्गा पूजा साल में एकबार आता है हम जब माँ की प्रोतिमा को पानी में बहा देते हे तो होमे बोहोत बुरा लोगता है जॉय माँ दुर्गा ।।
Durga Puja 2023 in India will begin on
Saturday
,
1 October
and ends on
Wednesday
,
5 October
Dates may vary